गुडग़ांव, कोरोना वायरस महामारी को लेकर शहरवासी बड़े
परेशान दिखाई दे रहे हैं। कोरोना का प्रकोप अभी थम नहीं है। प्रतिदिन
विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना पीडि़त मिल रहे हैं। हालांकि इनकी संख्या
पहले से कम ही है, लेकिन कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या में
भी वृद्धि देखी जा रही है। जिला प्रशासन ने जिले के गुडग़ांव क्षेत्र सहित
सोहना, पटौदी में कंटेनमेंट क्षेत्रों की समीक्षा कर फाइनली 100
कंटेनमेंट क्षेत्र बनाए हैं। साथ ही जिला प्रशासन ने हाई रिस्क एरिया को
चिन्हित कर कोरोना पर रोक लगाने की चाक-चौबंद व्यवस्था कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि लक्ष्मण विहार, फिरोजगांधी कालोनी, गांव
चकरपुर, नाथूपुर, मोलाहेड़ा, राजीव नगर, पटेल नगर, ओम नगर को हाई रिस्क
क्षेत्र घोषित किया है। इन क्षेत्रों में संक्रमण पर रोक नहीं लग पा रही
थी। स्वास्थ्य विभाग ने इन क्षेत्रों की ओर पूरा ध्यान देना शुरु किया
है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इन एरिया में एंटीजन टेस्टिंग करा चुका था,
लेकिन संक्रमण बढऩे के कारण विभाग ने फैसला लिया है कि इन क्षेत्रों में
एंटीजन टेस्टिंग चालू रखी जाए। जिन 8 क्षेत्रों में जबरदस्त कोरोना का
प्रभाव बताया गया था। इन क्षेत्रों में भी कोरोना का प्रकोप बढऩे के कारण
प्रशासन ने सख्ती करने का मन बना लिया है। इन क्षेत्रों में कंटेनमेंट के
नियम सख्ती से लागू किए जाएंगे और अवेहलना करने वालों के खिलाफ कार्यवाही
भी की जाएगी। इन क्षेत्रों में ईस्ट राजीव नगर, शिवाजी नगर, शांति नगर,
रविंद्रनाथ की झुग्गी, श्मशान घाट के निकट वाली झुग्गी, दयानंद कालोनी,
लक्ष्मण विहार फेस 2, पालम विहार एच ब्लॉक, मदनपुरी, बलदेव नगर, नई
बस्ती, अर्जुन नगर शामिल हैं। इसी प्रकार मानेसर में हरिजन बस्ती, लाल
बिल्डिंग, सोहना में ठाकुर बाड़ा, गुर्जर घाटी, शिवकुंड एरिया, लोहिया
बाड़ा, मंगल कालोनी, कायस्त बाड़ा, पठान बाड़ा, तिलपत कालोनी, कोहिला
बाड़ा व न्यू अनाज मंडी क्षेत्र शामिल हैं। इन क्षेत्रों में बेवजह लोगों
के आवागमन पर पूरा प्रतिबंध प्रशासन लगाएगा। उधर स्वास्थ्य विभाग ने
कोरोना से निपटने के लिए 14 जुलाई तक चलने वाले जांच शिविरों में 22 हजार
से अधिक लोगों की जांच भी की थी, जिनमें 653 कोरोना पॉजिटिव मिले।
स्वास्थ्य विभाग ने अब आगामी 29 जुलाई तक शहर के स्थानों पर कोरोना जांच
के लिए विशेष कैंप लगाने की व्यवस्था भी की है। बताया जाता है कि प्रदेश
सरकार प्रदेश में पुन: लॉकडाउन करने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है।
सरकार का मानना है कि पटरी पर आए औद्योगिक प्रतिष्ठानों के उत्पादन पर
लॉकडाउन का बुरा असर पड़ सकता है। प्रदेश सरकार का मानना है कि संभावित
कोरोना पीडि़तों की जांच कर उनका पता लगाया जाए और उनका उपचार कराया जाए
तथा सामाजिक दूरी व फेस मास्क का इस्तेमाल करने के प्रति लोगों को जागरुक
किया जाए और कंटेनमेंट नियमों का पालन कराया जाए तो कोरोना के प्रकोप को
रोका जा सकता है। लॉकडाउन व दिल्ली सीमाएं सील करने से चालू हो चुकी
गतिविधियों पर बुरा असर पड़ेगा। अनलॉक-2 के 16वें दिन शहर के मुख्य सदर
बाजार को अतिक्रमण के आरोप में सील कर दिया गया था। दोपहर बाद
औपचारिकताएं पूरी कर बाजार फिर से खुल गया। लोग बड़ी संख्या में खुले
बाजार को देखने के लिए भी पहुंचे।
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