गुडग़ांव, कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए
प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन प्रयासरत है। गत दिवस
गुडग़ांव में कोरोना
पॉजिटिव की संख्या कम रही, जिससे प्रशासन ने भी राहत
की सांस अवश्य ली,
लेकिन मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रात: कालीन
बुलेटिन के अनुसार 94
नए कोरोना पॉजिटिव आए हैं, जिससे कोरोना पॉजिटिव की
संख्या में वृद्धि हो
गई है। कोरोना से गत दिवस तक 66 लोग अपनी जान भी गवां
चुके हैं। कोरोना
से हुई मौतों को लेकर जिला प्रशासन व आमजन भी चिंतित
नजर आ रहा है। जिला
प्रशासन ने कोरोना पीडि़तों के लिए 22 सरकारी व 9 पैड
आइसोलेशन सुविधा की
भी व्यवस्था की है। वर्तमान में एक पैड व 3 सरकारी
आइसोलेशन सेंटर
कार्यरत हैं। स्वास्थ्य विभाग का यह भी मानना है कि
कोरोना के अधिकांश
संक्रमित मरीज कम लक्षण वाले हैं। ऐसे मरीजों को आइसोलेशन
में रहने की
सलाह दी जाती है। इस प्रकार के मरीज अपने घर में ही
आइसोलेशन में रह सकते
हैं, लेकिन जिनके घरों में जगह की कमी है उनके लिए
सरकारी व पैड आइसोलेशन
की व्यवस्था की गई है। उधर संक्रमित मरीजों का ठीक
होकर घर जाने के ग्राफ
में भी वृद्धि हुई बताई जा रही है। जिला प्रशासन बार-बार
शहरी व ग्रामीण
क्षेत्रों में रह रहे लोगों से आग्रह भी कर रहा है
कि वे कोरोना से भयभीत
न हों। सरकार व जिला प्रशासन के जारी दिशा-निर्देशों
का मन से पालन करें।
जहां घर से निकलते ही फेस मास्क लगाएं, वहीं सामाजिक
दूरी का भी पालन
करें। बेवजह घरों से न निकलें, आवश्यक कार्य है तो
अपना कार्य निपटाकर
इधर-उधर न जाकर सीधे अपने घर वापिस आएं। अधिक लोगों
के संपर्क में न
रहें। जिला प्रशासन ने यह आदेश भी जारी किया है कि
अन्य प्रदेशों से
गुडग़ांव में आकर 72 घंटे से अधिक रुकना है तो इसके
लिए उन्हें ऑनलाइन
पंजीकरण कराना होगा, ताकि उसकी सूचना जिला प्रशासन
को मिल सके। उधर कुछ
लापरवाह लोग जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन
करते नहीं दिखाई दे
रहे हैं। गत दिवस पुलिसकर्मियों ने कुछ युवकों से फेस
मास्क लगाने का
आग्रह किया था तो उन्होंने उनके साथ ही मारपीट करनी
शुरु कर दी थी, जिस
पर जिला प्रशासन ने ऐसे लापरवाह लोगों के खिलाफ मामला
भी दर्ज कर लिया
है। इन पुलिसकर्मियों का इतना ही दोष था कि उन्होंने
बिना फेस मास्क लगाए
घूम रहे युवकों से यही आग्रह किया था कि कोरोना से
बचाव के लिए फेस मास्क
का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे हैं। उधर नगर निगम के
जोन एक में सबसे
अधिक कोरोना संक्रमित बताए जा रहे हैं। पुराना गुडग़ांव
क्षेत्र नए
गुडग़ांव की अपेक्षा अधिक संक्रमित माना जा रहा है।
औद्योगिक व व्यापारिक
क्षेत्रों में कोरेाना के बाद से स्थिति सामान्य होती
जा रही है, लेकिन
प्रवासी श्रमिकों की कमी औद्योगिक व व्यापारिक प्रतिष्ठानों
को खल रही
है। अधिकांश प्रवासी श्रमिक स्वयं या फिर प्रदेश सरकार
द्वारा उपलब्ध
कराए गए साधनों से अपने गृह प्रदेश जा चुके हैं। इन
प्रवासी श्रमिकों की
कमी से सरकारी व गैर सरकारी प्रौजेक्ट भी प्रभावित
हुए दिखाई दे रहे हैं।
बड़े-बड़े प्रौजेक्ट में काम शुरु नहीं हो पा रहा है।
प्रौजेक्ट का
निर्माण करने वाले प्रतिष्ठान प्रवासी श्रमिकों को
वापिस लाने की
व्यवस्था में जुटे हैं, लेकिन इस प्रकार की व्यवस्था
बहुत ही कम दिखाई दे
रही है। जानकारों की मानें तो प्रवासी श्रमिकों की
कमी की समस्या का
सामना अभी प्रतिष्ठानों को करना ही पड़ेगा। अनलॉक वन
के 23वें दिन शहर के
मुख्य सदर बाजार व आस-पास के बाजारों में ग्राहकों
की कमी साफ दिखाई दे
रही है। किरयाना व दैनिक जीवन में उपयोग आने वाली वस्तुओं
की दुकानों पर
तो ग्राहक अवश्य दिखाई दे जाते हैं, लेकिन अन्य दुकानों
से ग्राहक नदारद
हैं। इस सबको लेकर दुकानदारों की चिंता होना स्वभाविक
है।
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