गुरुग्राम। सहकार भारती हरियाणा के जिला सम्मेलन का आयोजन ब्राह्मण धर्मशाला में किया गया, जिसमें सहकारिता की भावना, संगठन और संस्कारों के गहरे संबंधों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में सहकारिता से जुड़े लोग भी शामिल हुए, जिनमें युवाओं की संख्या भी अच्छी खासी देखी गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रांत मीडिया प्रमुख विष्णु चौहान ने कहा कि सहकारिता केवल संगठन नहीं, यह एक जीवन दर्शन है। संस्कार ही वह भूमि हैं, जहां से सहकारिता का पौधा पल्लवित होता है। जिस समाज में संस्कार हैं, वहीं आपसी विश्वास, सहयोग और विकास संभव है। उन्होंने कहा कि सहकारिता का मूल भाव जोडऩा है — व्यक्ति को व्यक्ति से, समाज को समाज से, और विचार को कर्म से जोडऩा। संवाद और संस्कार ही इस जोड़ का आधार हैं, जिनसे एक शिक्षित, संस्कारित और आत्मनिर्भर समाज का निर्माण होता है। प्रदेश अध्यक्ष राजबीर गोदारा ने भी कहा कि सहकारिता की नींव संस्कारों पर टिकी है; जहां संस्कार नहीं, वहां सहयोग और विश्वास का कोई अर्थ नहीं रह जाता। सौरभ वर्मा को जिला मीडिया प्रमुख का दायित्व सौंपा गया। अनुपम कुमार, राजेश मंगला, संदीप सक्सेना और ब्रह्म प्रकाश ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम में खुशहेंद्र कुमार, नरेंद्र, नरेश गोयल, रवि कुमार, प्रदीप कुमार, शिवराम, विशाल, सौरव भारद्वाज, रजनी, प्रताप डगर, करण सिंह, ओम प्रकाश, रामफल, शशि, शिवराज आदि शामिल रहे।
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सहकार भारती हरियाणा के जिला सम्मेलन का हुआ आयोजन
