गुडग़ांव, बारिश का मौसम चल रहा है। देश के विभिन्न
क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
गुडग़ांव जिला भी इससे अछूता नहीं रहा है। भारी बारिश के कारण हरी
सब्जियों की आवक घटने से सब्जियों के दामों में भी जबरदस्त वृद्धि हुई
है। यानि कि बारिश के चलते सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। आलू,
प्याज, टमाटर सहित हरी सब्जियों के दामों में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
टमाटर 80 से 100 प्रति किलो तक पहुंच गया है। इसी प्रकार फूल गोभी जहां
120 रुपए किलो है, वहीं शिमला मिर्च 100 रुपए प्रति किलो को पार कर गई
है। आलू और प्याज के दामों में भी वृद्धि हुई है। लौकी, तोरई और बैंगन भी
50 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से मिल रहे हैं। हरी सब्जियों के दामों में
हुई वृद्धि ने गृहणियों की रसोई महंगी कर रख दी है। सब्जियों को लेकर
गृहणी बड़ी परेशान हैं। उनका कहना है कि एक वक्त की सब्जी 100 रुपए से भी
अधिक पड़ रही है, ऐसे में वे कैसे अपनी रसोई चलाएं, क्योंकि कोरोना
महामारी के चलते सभी कारोबार व व्यवसाय प्रभावित हुए हैं। उधर सब्जी मंडी
के आढ़तियों का कहना है कि दक्षिण भारत में बारिश और बाढ़ के कारण
सब्जियों की फसल बड़ी मात्रा में प्रभावित हुई है। महाराष्ट्र व
मध्यप्रदेश से प्याज की मांग दक्षिण भारत में बढ़ जाने से यहां पर भी
प्याज की कीमत में वृद्धि करनी पड़ गई है। उनका मानना है कि जैसे हालात
सामान्य होंगे, प्याज की कीमत फिर कम हो जाएगी। गुडग़ांव में अधिकांश
सब्जियां आजादपुर मंडी से ही आती हैं, लेकिन दिल्ली व आस-पास के
क्षेत्रों में भारी बारिश हो जाने के कारण हरी सब्जियों के दामों मे
जबरदस्त वृद्धि हुई है। उनका ये भी मानना है कि सब्जियां पिछले 2 माह से
लगातार महंगी होती जा रही है। ट्रांसपोर्टरों ने भी डीजल के दामों में
वृद्धि हो जाने से ट्रकों के भाड़े में भी वृद्धि कर दी है। इसका भी सीधा
असर सब्जियों पर पड़ा है, जिससे सब्जियां भी महंगी हो गई हैं और गृहणियों
की रसोई भी दिन-प्रतिदिन महंगी होती जा रही हैं।
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