गुडग़ांव, 24 अप्रैल (अशोक): भागवत में गीता, रामायण व सभी ग्रंथों का
सार है। यह एक महाग्रंथ है। इसके नियमित पठन-पाठन व श्रवण से मनुष्य के
सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। उक्त उद्गार कथावाचक पंडित मनमोहन बृजवासी ने
सैक्टर 5 स्थित ग्राउण्ड में श्री भागवत भक्ति मंडल व नारायण सेवा
संस्थान द्वारा आयोजित 7 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन कथा का
श्रवण करने आए श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा
कि श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य जीवन सुखदायक हो जाता
है। आयोजन में राजा परीक्षित चरित्र और शुकदेव जन्म की कथा भी कथावाचक ने
सुनाई। संस्था के प्रवक्ता विजय अग्रवाल ने बताया कि यह आयोजन सामाजिक
संस्था नारायण सेवा संस्थान की सहायतार्थ किया जा रहा है। आयोजन से
प्राप्त होने वाली राशि को संस्था को दान कर दिया जाएगा। कार्यक्रम में
यजमान के रुप में समाजसेवी महावीर सिंह, सुलोचना शामिल रहे। कथा का श्रवण
करने के लिए बड़ी संख्या में महिला, पुरुष आयोजन में पहुंच रहे हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के आरजी अग्रवाल, उमा शंकर भारद्वाज,
रमेश सिंगला, राज कुमार मित्तल, हरबंस जोली, अजय मंगला, कंचन गोयल, रेखा
मित्तल, बबीता, सन्तोष यादव सहित क्षेत्रवासियों का सहयोग रहा।
श्रीमदभागवत कथा का आयोजन कथा के श्रवण मात्र से ही हो जाता है मनुष्य जीवन सुखदायक : मनमोहन बृजवासी


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