NCRअर्थव्यवस्थादेशराज्यस्वास्थ्य

लॉकडाउन के दूसरे चरण के पहले दिन क्षेत्र पड़े हैं सुनसान प्रशासन ने दूसरे चरण के लॉकडाउन का पालन करने का लोगों से किया आग्रह प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मियों के सहयोग की सराहना की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों दे रहे हैं पूरी सेवाएं

गुडग़ांव, वैश्विक कोरेाना वायरस के प्रकोप से
देशवासियों को बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 दिन के
लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा कर दी है। 15 अप्रैल से लॉकडाउन का दूसरा
चरण शुरु हो गया है। बुधवार को शहर की सभी सडक़ें इक्का-दुक्का वाहनों को
छोडक़र सुनसान दिखाई दी। जिला प्रशासन ने भी जिलेवासियों से आग्रह किया है
कि जिस प्रकार उन्होंने 21 दिन के प्रथम चरण के लॉकडाउन को अपना सहयोग व
समर्थन दिया है, उसी प्रकार लॉकडाउन के दूसरे चरण को भी सहयोग व समर्थन
देकर सफल बनाएं, ताकि जिले में कोरोना वायरस को बढऩे से रोका जा सके।
जिला प्रशासन ने जिलावासियों के साथ-साथ लॉकडाउन का पालन कराने वाले
विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मियों की सेवाओं की सराहना करते हुए
आशा व्यक्त की है कि दूसरे चरण के लॉकडाउन को भी वे पूरी तरह से सफल
बनाने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे। स्वास्थ्यकर्मियों,
पुलिसकर्मियों व अन्य विभागों के अधिकारियों एवं कर्मियों के हौंसले
बुलंद हैं। वे इस वैश्विक बीमारी से आम लोगों को बचाने में एक सैनिक की
तरह कार्य करते दिखाई दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की सभी सेवाएं नियमित
रुप से चल रही हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य
केंद्रों में पहुंच रहे पीडि़तों को स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं।
शहरी क्षेत्र के लक्ष्मण विहार स्थित डिस्पेंसरी में बुधवार का दिन
गर्भवती महिलाओं व बच्चों को टीकाकरण का निश्चित किया हुआ है।
स्वास्थ्यकर्मी अपने निश्चित समय पर डिस्पेंसरी पहुंचकर जहां गर्भवती
महिलाओं की जांच कर उनका उपचार कर रहे हैं, वहीं बच्चों का टीकाकरण भी
किया जा रहा है ताकि वे विभिन्न बीमारियों से बच सकें। डिस्पेंसरी में
आने वाले मरीजों से कोरोना वायरस को देखते हुए सामाजिक दूरी का पूरा पालन
कराया जा रहा है। उधर क्षेत्रवासियों ने भी अपनी-अपनी गलियों में
बेरिकेट्स लगाकर कोरोना वायरस से बचाव के उपाय किए हुए हैं, ताकि कोई
बाहरी व्यक्ति उनके क्षेत्र में न आ सके। सैनिटाइजर का छिडक़ाव भी किया जा
रहा है। हो सकता है कि वह कोरोना से पीडि़त हो। इसी प्रकार कोरोना पीडि़त
क्षेत्रों में भी प्रशासन द्वारा सभी कार्यवाही की जा रही हैं। इन आवासीय
क्षेत्रों को सील कर दिया गया है, ताकि बाहरी लोग इन क्षेत्रों में न आ
सकें और न ही जा सकें। सील किए हुए आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों
से लॉकडाउन का पूरा पालन करने का आग्रह भी प्रशासन द्वारा किया जा रहा
है, ताकि कोरोना वायरस के संभावित प्रकोप को रोका जा सके।

Comment here