गुडग़ांव, मेवात क्षेत्र में हिंदू समुदाय की प्रताडऩा की
शिकायतें समय-समय पर आती रही हैं। कुछ मामलों में तो एफआईआर तक भी पुलिस
दर्ज नहीं करती। यदि दर्ज कर भी लेती है तो उस पर कार्यवाही नहीं की
जाती। जिस पर हिंदू समुदाय को दूसरे समुदाय से समझौता करने पर मजबूर होना
पड़ता है। इससे स्पष्ट होता है कि सरकारी अधिकारी भी अपनी ड्यूटी ठीक से
नहीं निभा पा रहे हैं। ऐसे में इन अधिकारियों को सरकारर को यहां से बदल
देना चाहिए। यह मांग बीती देर सायं अग्रवाल धर्मशाला में विश्व हिंदू
परिषद (विहिप) द्वारा अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित बैठक में विहिप के
अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री डा. सुरेंद्र कुमार जैन ने प्रदेश सरकार से की
है। उन्होंने कहा कि अधिकारी ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे
हैं। साधु-संतों के ऊपर भी आए दिन हमले होते रहते हैं। मेवात में जो कुछ
भी हो रहा है वह काफी चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि मेवात में हिंदूओं
की प्रताडऩा को देखते हुए विहिप की ओर से 3 सदस्यीय कमेटी का गठन किया
गया था, जिसमें सेवानिवृत मेजर जनरल जीडी बख्शी, महामंडलेश्वर स्वामी
धर्मदेव व वरिष्ठ अधिवक्ता चंद्रकांत शर्मा को शामिल किया गया था। कमेटी
ने अपनी रिपोर्ट दे दी है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि मेवात में हिंदू
समुदाय पर हमले होते रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बन सबकुछ देखता रहा है।
धर्मदेव महाराज ने भी मेवात में हिंदूओं के प्रति घटित हो रही घटनाओं पर
चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि इस मामले में वह
हस्तक्षेप करें, ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृति न हो सके।
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