गुरुग्राम, देश ही नहीं, अपितु पूरा विश्व कोरोना
महामारी से जूझता आ रहा है। कोरोना के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ता जा
रहा है, जिससे कोरोना का प्रकोप भी बढ़ रहा है। ग्लोबल वार्मिग की समस्या
भी बढ़ती जा रही है। हालांकि कोरोना प्रकोप व बढ़ते प्रदूषण से
देशवासियों को मुक्ति दिलाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकारें प्रयासरत
हैं। विभिन्न सामाजिक संस्थाएं भी इसमें पूरा सहयोग कर रही हैं। इसी क्रम
में प्रदूषण व ग्लोबल वार्मिंग के क्षेत्र में जुटी संस्था यूनिवर्स
रिफॉर्म ऑर्गनाइजेशन (यूआरओ) ने बढ़ते प्रदूषण व ग्लोबल वार्मिंग से कैसे
निपटा जाए को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें प्रदूषण व ग्लोबल
वार्मिंग की समस्याओं का अगले 5 वर्षों में समाधान करने की बात कही है।
संस्था के सह संस्थापक व चेयरमैन सुंदर सिंह राठी का कहना है कि प्रदूषण
व ग्लोबल वार्मिंग की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक मिशन बनाया गया
है, जो अगले 5 वर्षों में प्रदूषित पर्यावरण, बाढ़ की समस्या, पेयजल की
किल्लत का समाधान तलाश लिया जाएगा। उनका कहना है कि इंसान को सांस लेने
के लिए प्रदूषण मुक्त ताजी हवा, शुद्ध पेयजल, भरपेट पौष्टिक भोजन की
जरुरत होती है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह प्राकृतिक व्यवस्था
नष्ट-भ्रष्ट हो गई है। जरुरत से अधिक प्राकृतिक दोहन से प्रदूषण, ग्लोबल
वार्मिंग, भण्डारण, जल व खाद्य समस्या उत्पन्न हो गई हैं। उनका कहना है
कि आधुनिकता के इस दौर और बदलते परिवेश में इंसान को जीवनशैली में सुधार
करना होगा। कार्यक्रम को संस्था के शैलेष तिवारी, सरोजा साहू, भूपेंद्र
रावत सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने संबोधित करते हुए मानव जाति को
समस्याओं से समाधान के लिए संस्था के प्रयासों की सराहना भी की।
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