गुडग़ांव, वन विभाग मजदूर यूनियन के श्रमिक अपनी लंबित
पड़ी मांगों को लेकर पिछले 250 दिनों यानि कि 8 माह से वन अधिकारी के
कार्यालय पर धरना दिए बैठे हैं, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान होता
दिखाई नहीं दे रहाह ै। यूनियन के प्रधान विजय कुमार का कहना है कि पिछले
8 महीनों से कड़ाके की ठंड व असहनीय गर्मी भी इन वन मजदूरों के हौंसले को
नहीं तोड़ पाई है। हालांकि 2 महिला मजदूरों की इस दौरान मौत भी हो चुकी
है, लेकिन विभाग के अधिकारियों की सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। श्रमिक
नेता का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 1988, 1993, 1996 व 2003
में वन मजदूरों को नियमित करने की योजना घोषित की थी। प्रदेश के अन्य
जिलों में तो इस योजना को लागू कर दिया है, लेकिन गुडग़ांव के वन मजदूरों
को इसका लाभ नहीं मिल सका है। योजना का लाभ उठाने के लिए धरना प्रदर्शनों
का सहारा वन मजदूर ले रहे हैं, लेकिन उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही
है। उनका कहना है कि आज शुक्रवार को जिला उपायुक्त कार्यालय पर वन मजदूर
प्रदर्शन कर मांगों से संबंधित ज्ञापन उपायक्त को सौंपेंगे। यदि उपायुक्त
ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया तो वन मजदूर करो या मरो की रणनीति बनाएंगे।
धरने पर बैठे वन मजदूरों को श्रमिक संगठन सीटू के राज्य प्रधान कामरेड
सतबीर सिंह, एसएल प्रजापति, दयाराम, मोहरपाल, ज्ञानीराम, रामकुमार आदि ने
भी संबोधित किया। वन मजदूर अपनी मांगों को लेकर जबरदस्त नारेबाजी कर रहे
थे।
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