गुरुग्राम। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती पर साईबर सिटी के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न संस्थाओं व संगठनों द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसी क्रम में सामाजिक संस्था डा. राजेंंद्र प्रसाद फाउण्डेशन द्वारा गुरु द्रोणाचार्य महाविद्यालय परिसर में समारोह का आयोजन किया गया। संस्था के अध्यक्ष राजेश पटेल ने बताया कि कार्यक्रम में अतिथि के रुप में विंग कमांडर आरएस पांडेय, मेजर डॉ. टीसी राव, फ्लाइंग ऑफिसर एके दास, रक्षा विशेषज्ञ संजय सिंह, इंद्राणी पाधी, विहिप के बीएन लाल, भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष, राघवेंद्र सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पंकज डावर, दलीप कुमार गुप्ता व धर्मवीर भारती शामिल हुए। अतिथियों ने डा. राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वह स्वतंत्र भारत के निर्माताओं में प्रथम पंक्ति के नेता और देश के प्रथम राष्ट्रपति तथा भारतीय लोकतंत्र के सजग प्रहरी थे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ उन्होंने सेवा का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त किया और अपने जीवन में उसे ढाला। उनका जन्म वर्ष 1884 की 3 दिसंबर को बिहार के छपरा जिले में हुआ था। वर्ष 1934 में उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया। स्वतंत्रता आंदोलन में भी उनका बड़ा योगदान रहा था। वर्ष 1946 की 11 दिसंबर को संविधान सभा के अध्यक्ष पद पर डा. राजेंद्र प्रसाद सर्वसम्मति से चुने गए थे। वर्ष 1950 की 26 जनवरी को देश के गणतंत्र बन जाने की घोषणा की गई। उस दिन भारतीय संविधान सभा द्वारा स्वीकृत सार्वभौम संप्रभुता संपन्न गणतंत्र की स्थापना हुई। डा. राजेंद्र प्रसाद प्रथम राष्ट्रपति बने। उनका निधन वर्ष 1963 की 28 फरवरी को हुआ था। उन्होंने कहा कि भारत निर्माता के रुप में डा. राजेंद्र प्रसाद की छवि है। देशवासियों को उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए आगे बढऩा चाहिए ताकि देश उन्नति के मार्ग पर अग्रसर हो सके। अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। एनसीसी कैडेट्स ने उत्कृष्ट अनुशासन, सेवा और राष्ट्रभक्ति का प्रदर्शन किया। डा. मनीषा राणा , डॉ सुनील डबॉस, डॉ सीमा चौधरी, डॉ विशाल यादव, डॉ सुमन कटारिया, बीना देवी, दिनेश पेड़ा, डॉ विकास दीप यादव आदि ने भी संबोधित किया। आयोजन को सफल बनाने में विवेक आनंद त्रिपाठी, राजू राज सिंह, साथी उमेश, डॉ जेपी कुशवाहा, डा. वगेश पटेल, राजेश सिंह, विजय तिवारी, रणधीर राय, विरन सिंह, मंजय शर्मा आदि का सहयोग रहा। सामूहिक राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
धूमधाम से मनाई गई पूर्व राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती

