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दूसरे चरण के लॉकडाउन का 5वां दिन प्रशासन लॉकडाउन का पालन कराने के प्रति दिखाई दे रहा है वचनबद्ध पूरी तैयारियों के साथ ही जिला प्रशासन करे लॉकडाउन में राहत की घोषणा प्रवासी श्रमिकों को घर भेजने की व्यवस्था करना प्रशासन के लिए है एक बड़ी चुनौती

गुडग़ांव, लॉकडाउन के दूसरे चरण के 5वें दिन भी लोग
लॉकडाउन का पालन करते दिखाई दिए। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जिला
प्रशासन लॉकडाउन का पालन कराने में जुटा हुआ है। जिले व प्रदेश के अन्य
क्षेत्रों में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने से आम लोगों में थोड़ा भय भी
दिखाई देने लगा है। हालांकि जिला प्रशासन आम लोगों से यह अपील भी कर रहा
है कि कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। लॉकडाउन
का पालन कर प्रशासन को सहयोग करें। लॉकडाउन के दौरान जरुरतमंदों व कमजोर
वर्ग को भोजन आदि की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए पूरे प्रबंध
किए गए हैं और इन लोगों को प्रतिदिन भोजन व राशन उपलब्ध कराया भी जा रहा
है। छात्रों की शिक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए भी सरकार ने ऑनलाइन
व्यवस्था की हुई है, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में बैठे छात्र अपनी
शिक्षा का कार्य नियमित रुप से करते रहें। कुछ क्षेत्रों में लापरवाह
लोगों द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले भी सामने आ रहे हैं। जिला
प्रशासन ऐसे लोगों से सख्ती से निपटने में भी संकोच नहीं कर रहा है। आज
20 अप्रैल से लॉकडाउन में कुछ राहत देने की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा की
गई थी। प्रदेश सरकार हालातों का जायजा लेते हुए कुछ राहत की घोषणा कर भी
सकती है। विभिन्न प्रदेशों के श्रमिक आज भी लॉकडाउन के दौरान गुडग़ांव में
हैं और वे जिला प्रशासन से गृह प्रदेश भिजवाने की व्यवस्था करने के आग्रह
भी करते रहे हैं। आज देखना होगा कि जिला प्रशासन ऐसे श्रमिकों को उनके
गृह प्रदेशों में भेजने की व्यवस्था पर क्या कार्यवाही करता है। जानकारों
का कहना है कि जिला प्रशासन को पूरी तैयारियों के साथ ही लॉकडाउन में
राहत की घोषणा करनी चाहिए। कहीं मुम्बई व दिल्ली आदि स्थानों पर हुई
घटनाओं की पुनरावृति गुडग़ांव में न हो जाए। उद्योगों को जो राहत दी जाने
वाली है, उसमें भी पूरी समीक्षा की जाए, ताकि कोरोना वायरस का प्रकोप फिर
से न बढ़ सके।

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