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दूसरे चरण के लॉकडाउन का 14वां दिन प्रशासन ने बड़ी संख्या में प्रतिष्ठानों को खोलने की शर्तों के साथ दी है अनुमति नहीं शुरु हो पा रहा है उत्पादन, प्रतिष्ठानों में कराया जा रहा है मेंटीनेंस का कार्य प्रतिष्ठानों की नजरें लगी हैं 3 मई की ओर

गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना वायरस से बचाव के प्रयास में
हर कोई लगा हुआ है। यह महामारी व्यापक रुप न ले ले, इसके लिए केंद्र व
प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है। दूसरे चरण के
लॉकडाउन के 14वें दिन भी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में अति व्यस्त रहने
वाली सडक़ें भी सुनसान दिखाई दे रही हैं। हालांकि कुछ कालोनियों व गलियों
में लोगों की भीड़ फिर से दिखाई देनी शुरु हो गई है, जिन्हें क्षेत्र के
पुलिसकर्मी समझा-बुझाकर व सख्ती से उन्हें उनके घरों में भेजने के प्रयास
करते दिखाई दे रहे हैं। जिला प्रशासन लॉकडाउन का पालन कराने के लिए
हरसंभव प्रयासरत है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर दिल्ली से
सटी गुडग़ांव की सभी सीमाएं भी सील कर दी गई हैं। राजोकरी, नाथूपुर-आया
नगर, विजवासन, सरहौल, ग्वालपहाड़ी ये वो क्षेत्र हैं जो दिल्ली सीमा से
सटे हैं। इन क्षेत्रों से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों की बड़ी सख्ती से
जांच भी की जा रही है। बिना पास के किसी को भी आने-जाने नहीं दिया जा रहा
है। दिल्ली में गुडग़ांव के हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी, बिजली निगम
व नगर निगमों सहित अन्य विभागो में कार्यरत हैं जिनका रोजाना आना-जाना
बना रहता है। प्रदेश के गृहमंत्री का कहना है कि दिल्ली में कोरोना
पॉजिटिव की जो संख्या बढ़ रही है, इसका असर दिल्ली से लगते हरियाणा के 4
जिलों गुडग़ांव, फरीदाबाद, पलवल, सोनीपत में अधिक देखने को मिल रहा है।
इसलिए सीमाएं सील की गई हैं। हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों से दिल्ली की
आजादपुर सब्जी मंडी में भेजी जाने वाली सब्जियां भी बंद कर दी गई हैं
ताकि हरियाणा में कोरोना के प्रकोप को रोका जा सके। उधर मारुति सुजूकी के
गुडग़ांव प्लांट को भी कुछ शर्तां के साथ उत्पादन करने की अनुमति जिला
प्रशासन ने दे दी है, लेकिन श्रमिकों की संख्या भी निश्चित कर दी है।
इतने कम श्रमिकों से उत्पादन संभव नहीं है। इसी प्रकार होण्डा मोटर्स,
हीरो मोटोकॉर्प सहित अन्य छोटी-बड़ी कंपनियों को भी अनुमति दी गई है। इन
सभी कंपनियों में उत्पादन शुरु नहीं हो पा रहा है तो प्रबंधन ने
अपने-अपने कारखानों में मेंटीनेंस व आवश्यक कार्य कराने शुरु किए हुए
हैं, ताकि जब भी कभी उत्पादन शुरु हो तो किसी प्रकार की परेशानी उत्पन्न
न हो। प्रतिष्ठानों की प्रबंधन आगामी 3 मई की प्रतीक्षा कर रही है कि
लॉकडाउन खुल जाएगा तो उसके बाद ही प्रतिष्ठानों में उत्पादन शुरु हो
सकेगा। सभी की नजरें 3 मई की ओर लगी हुई हैं।

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