गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए
तीसरे चरण का लॉकडाउन चल रहा है। तीसरे चरण के लॉकडाउन के छठे दिन भी लोग
लॉकडाउन का पालन करते दिखाई दिए। प्रदेश में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव की
संख्या को देखते हुए हर कोई परेशान है। प्रदेश के 22 जिलों में से 2 जिले
कोरोना के प्रभाव से मुक्त थे, लेकिन अब इन 2 जिलों में भी कोरोना
पॉजिटिव के आ जाने से प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व जिलेवासी चिंतित हो
उठे हैं। गुडग़ांव में भी पिछले 4 दिनों से कोरोना पॉजिटिव की संख्या
बढ़ती जा रही है, जोकि शुभ संकेत नहीं है। जिला प्रशासन ने गुडग़ांव खंड
में 11 नए क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित किए हैं, जबकि पुराने 3 कंटेनमेंट
को बाहर निकाल दिया है। अब कंटेनमेंट जोन की संख्या बढक़र 21 हो गई है।
सोहना और पटौदी में पहले की ही भांति 2-2 कंटेनमेंट जोन हैं। इस प्रकार
जिले में कुल 25 कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं। कंटेनमेंट जोन के
साथ-साथ बफर जोन भी बनाए गए हैं। कंटेनमेंट जोन में किसी को भी आने-जाने
की अनुमति नहीं हैं। इन जोनों पर प्रशासन पूरी नजर रखे हुए है। प्रवासी
श्रमिकों को उनके गृह प्रदेशों में भेजने का सिलसिला जारी है। प्रशासन ने
इसके लिए अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी हुई है कि वे जारी
दिशा-निर्देशों का पालन कराते हुए प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह प्रदेश
भेजने की व्यवस्था करें। हर किसी अधिकारी की जिम्मेदारी निश्चित कर दी गई
है। उधर जिला प्रशासन ने प्रात: 7 बजे से सायं 7 बजे तक जिले के अंदर
लोगों को आवागमन में कुछ शर्तों के साथ राहत दी हुई है, जिससे कि वे अपने
आवश्यक कार्यों को निपटा सकें, लेकिन कुछ लापरवाह लोग जिला प्रशासन के
दिशा-निर्देशों का पालन न करते हुए लॉकडाउन को धता बता रहे हैं। सायं 7
बजे से प्रात: 7 बजे तक प्रशासन ने आवश्यक परिस्थितियों को छोडक़र लोगों
के आवागमन पर पूरी रोक लगाई हुई है। इसके लिए जिला प्रशासन ने शहर के
विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस नाके भी लगाए हुए हैं। इस दौरान आने-जाने
वाले लोगों से पूरी पूछताछ कर ही उनको जाने दिया जा रहा है। इन नाकों पर
4-5 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। उधर पुलिस राइडर्स भी अपने-अपने
क्षेत्रों में पेट्रोलिंग करते दिखाई दे रहे हैं। इसी प्रकार गुडग़ांव से
लगती दिल्ली सीमाओं को भी पूरी तरह से जिला प्रशासन ने नाके लगाए हुए
हैं। इन नाकों पर पुलिसकर्मी व सैक्टर मजिस्ट्रेट पूरी निगरानी कर रहे
हैं ताकि कोई वैध पास के बिना हरियाणा की सीमा में प्रवेश न कर सके।
प्रशासन का मानना है कि गुडग़ांव व एनसीआर क्षेत्र स्थित हरियाणा के जिलों
में दिल्ली के कारण ही कोरोना पॉजिटिव की संख्या में वृद्धि हुई है।
सीमाओं पर निगरानी रखकर ही कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों को रोका जा
सकता है। शराब के ठेकों पर शराब खरीदने वालों की भीड़ अभी भी लगी हुई है।
Comment here