गुरुग्राम,, गुडग़ांववासियों को बढ़ते प्रदूषण से मुक्ति
दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने ई-रिक्शा चलाने की व्यवस्था भी करा दी है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी हरी झंडी दिखाकर ई-रिक्शा चलाने का मार्ग
प्रशस्त कर दिया है। आने वाले दिनों में नए गुडग़ांव ही नहीं, अपितु
पुराने गुडग़ांव में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चलाए जाने का मार्ग प्रशस्त
हो गया है। इन ई-रिक्शा को चलाने का ऑटो रिक्शा चालक विरोध करना शुरु कर
दिया है। बुधवार को समस्त ऑटो रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन ने उपायुक्त के
नाम प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया है। जिला बार एसोसिएशन के
पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज भी एसोसिएशन के सदस्यों के साथ प्रशासन
को ज्ञापन देने के लिए उनके साथ पहुंचे। कुलभूषण भारद्वाज व एसोसिएशन के
टेकचंद ने बताया कि नए गुडग़ांव में ईस्ट व वेस्ट जोन में डीजल व सीएनजी
के जो ऑटो चल रहे हैं उनको बंद करने के लिए कहा जा रहा है। उनका कहना है
कि इन ऑटो को बंद न किया जाए। इन ऑटो के परमिट में आरटीओ ने जो समय लिखा
हुआ है, उस अवधि तक इनको चलने दिया जाए। बहुत से ऑटो ऐसे हैं, जिनको अभी
10 साल भी पूरे नहीं हुए हैं। यदि ऐसे में इनको बंद कर दिया जाता है तो
ऑटो चालकों के समक्ष भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। एसोसिएशन का कहना है कि
नए गुडग़ंाव के ईस्ट व वेस्ट जोन में बड़ी संख्या में डीजल व सीएनजी के
ऑटो चलाए जा रहे हैं। सरकार ने 17 अगस्त से इन ऑटो को बंद करने का आदेश
भी दे दिया है। ऐसा करने से ऑटो चालकों के परिवार के पालन-पोषण करने में
बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। उनका यह भी कहना है कि अधिकांश ऑटो
चालकों ने ऑटो खरीदने के लिए बैंक से ऋण लिया हुआ है। जब तक इनकी बैंक की
किस्तें पूरी नहीं हो जाती, सरकार ऑटो को बंद करने के आदेश न दे। अभी
बहुत से ऑटो को 10 साल भी पूरे नहीं हुए हैं। ऐसे में उन्हें बंद करने के
लिए आदेश देना न्याय संगत नहीं है। ज्ञापन पर बड़ी संख्या में ऑटो चालकों
ने अपने हस्ताक्षर भी किए हैं।
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