गुडग़ांव, कोरोना वायरस के प्रकोप से आमजन को बचाने के लिए
लॉकडाउन चल रहा है। चौथे चरण के लॉकडाउन में प्रदेश सरकार ने लोगों को
काफी रियायतें भी दी हैं। व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी श्रेणीवार खुलने शुरु
हो गए हैं। चौथे चरण के लॉकडाउन के 7वें दिन रविवार होने के कारण शहर की
मुख्य सडक़ों पर यातायात कम ही दिखाई दिया। रविवार होने के कारण अवकाश था,
इसलिए लोग घरों से कम ही निकले। दूसरी ओर प्रचंड कर्मी भी पड़ रही है।
शहर का तापमान दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस कारण भी लोगों का
आवागमन शहर के मुख्य मार्गों पर कम ही दिखाई दिया। आज ईद का पर्व होने के
कारण शहर के मुख्य सदर बाजार में मुस्लिम समुदाय द्वारा खाद्य पदार्थ आदि
खरीदने का सिलसिला जारी रहा। लोग अपनी जरुरत के हिसाब से सामान खरीदते
दिखाई दिए। सदर बाजार में प्रवासी श्रमिकों की भीड़ पहले की भांति दिखाई
नहीं दी, जबकि लॉकडाउन से पूर्व हर रविवार को प्रवासी नागरिकों की भीड़
पूरी तरह उमड़ती थी। रविवार होने के कारण जिले के औद्योगिक प्रतिष्ठानों
में उत्पादन बंद रहा। उद्योग विहार स्थित प्रतिष्ठानों में श्रमिक समस्या
जस की तस है। इन प्रतिष्ठानों में काम करने वाले श्रमिक अधिकांशत: दिल्ली
क्षेत्र में रहने वाले ही हैं, लेकिन उन्हें दिल्ली व गुडग़ांव सीमा सील
होने के कारण गुडग़ांव में प्रवेश होने नहीं दिया जा रहा है। जिला प्रशासन
ने दिल्ली सीमा पर करीब 30 नाके लगाए हुए है और उन पर बड़ी संख्या में
पुलिसकर्मी भी तैनात किए हुए हैं। बिना वैध पास के किसी को भी दिल्ली
सीमा से गुडग़ांव सीमा में प्रवेश करने नहीं दिया जा रहा है। हालांकि
प्रतिष्ठानों के संचालकों ने दिल्ली से आने वाले श्रमिकों से आग्रह भी
किया है कि वे गुडग़ांव क्षेत्र में आकर ही रहने लगें, ताकि उन्हें
आने-जाने में कोई परेशानी न हो। इन संचालकों का कहना है कि ऐसे श्रमिकों
को प्रतिष्ठान सहयोग भी करेगा। प्रतिष्ठान के इस आग्रह को कितने श्रमिक
मानते हैं इसका पता तो आगे चल पाएगा। गुडग़ांव जिले में कोरोना पॉजिटिव की
संख्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गत दिवस भी एक दर्जन कोरोना
पॉजिटिव मिले, लेकिन साथ ही कोरोना के प्रकोप से ठीक होने वालों की
संख्या में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है। जिला प्रशासन चाहता है कि
गुडग़ांव पूर्व की भांति अपनी पटरी पर आ जाए। यानि कि सभी कारोबार फिर से
शुरु हो सकें और लोगों की आर्थिक व्यवस्था भी दुरुस्त हो सके। जिला
प्रशासन ने लॉकडाउन में जो राहते दी हुई हैं, लोग उसका दुरुपयोग करने में
भी बाज नहीं आ रहे हैं। भीड़भाड़ वाले कई क्षेत्रों में सामाजिक दूरी की
धज्जियां उड़ाते लोग नजर आ रहे हैं। वे शायद कोरोना की भयानकता को
गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
Comment here