गुडग़ांव,लॉकडाउन के चलते दिहाड़ीदार व असंगठित
क्षेत्रों में कार्यरत मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई
है। ये दिहाड़ीदार मजदूर प्रतिदिन जो कमाते थे, उसी में से घर का राशन
लाते थे, ताकि परिवार का पेट पाला जा सके। लेकिन कोरोना वायरस के चलते
सभी निर्माण कार्य व अन्य काम बंद हो गए हैं, जिसके कारण उनके सामने
रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई है। कई दिनों से घरों में बिना दिहाड़ी
के बंद पड़े इन मजदूरों का धैर्य अब जबाव देने लगा है। इन मजदूरों में
अधिकांशत: यूपी, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा आदि
प्रदेशों के हैं। गंतव्य तक पहुंचने के लिए परिवहन की कोई व्यवस्था नहीं
है, क्योंकि जिला प्रशासन ने परिवहन सेवाएं पहले से ही बंद की हुई हैं।
गत दिवस से इन मजदूरों का अपने घरों तक पहुंचने के लिए गुडग़ांव से पलायन
करना शुरु हो गया है। वीरवार को भी कुछ मजदूर समूह की शक्ल में अपना
जरुरी सामान लेकर पैदल ही गंतव्य की ओर जाते दिखाई दिए। इन मजदूरों का
कहना है कि वे यहां रहकर क्या करेंगे। कोरोना की वजह से सभी काम ठप्प हो
गए हैं। कुछ मजदूर तो ऐसे थे, जिन्हें मध्यप्रदेश के ग्वालियर, यूपी के
झांसी, आजमगढ़, बदायूं व छत्तीसगढ़ के रायपुर, राजस्थान के अलवर आदि
क्षेत्रों में जाना था। ये मजदूर पैदल ही अपने गंतव्य की ओर जाते दिखाई
दिए।
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कोरोना वायरस के चलते सभी काम पड़े हैं ठप्प प्रवासी मजदूर पैदल ही निकल पड़े हैं अपने गंतव्य की ओर

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