गुडग़ांव, कोरोना महामारी ने हर कुछ बदलकर रख दिया है। जहां
इंसान भी काफी कुछ बदला है, वहीं परिस्थितियां भी इंसान के अनुकूल व
प्रतिकूल रही हैं। कोरोना ने कारोबार क्षेत्र को भी पूरी तरह से बदलकर रख
दिया है। कोरोना से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए देश व प्रदेशों की
सरकारों ने लॉकडाउन भी काफी समय लगाया है। कोरोना की पहली लहर में तो
लॉकडाउन कई माह रहा। दूसरी लहर में भी लॉकडाउन को एक माह से अधिक हो चुका
है। लॉकडाउन के कारण जहां लोग घरों में रहने को मजबूर हुए, वहीं उनकी
जरुरतें पूरी करती बड़ी कंपनियां मालामाल हो गई हैं। हालांकि कोरोना का
प्रभाव छोटे-बड़े-मंझोले कारोबार पर भी बुरी तरह से पड़ा है। इन
कारोबारियों की आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हुई है। आपदा को अवसर बनाने
वाले प्रतिष्ठानों की भी कोरोना काल में कोई कमी नहीं रही है। कुछ
प्रतिष्ठानों ने तो इस दौरान अपना साम्राज्य ही खड़ा कर लिया है। उनके
प्रोमोटर मालामाल हो गए हैं। लोगों के घर रहने का फायदा एप्पल, फेसबुक,
गूगल व अमेजन ने खूब उठाया है। कोरोना काल में इन प्रतिष्ठानों ने कमाई
के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए जाते बताए जाते हैं, ऐसा जानकारों का कहना है।
उनका तो यह भी कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट व नेटफ्फिप्स ने भी कोरोना काल
में अच्छी-खासी कमाई की है। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में कार्यरत
प्रतिष्ठानों की बड़ी ही बल्ले-बल्ले रही है। इन प्रतिष्ठानों का काम भी
काफी तेज हो गया है। ऑनलाईन सामान बेचने वाले प्रतिष्ठान अमेजन की भी
लॉकडाउन के दौरान खूब अच्छी-खासी कमाई रही। कोरोना काल में अधिकांश
प्रतिष्ठानों ने आपदा के नाम पर अपने कर्मचारियों की छंटनी भी कर दी थी।
जानकारों का यह भी कहना है कि भारत देश में तकनीकी कंपनियों के अलावा
रिटेल कंज्यूमर, टेलिकॉम, फार्मास्यूटिकल आदि ने ऑनलाईन काफी मुनाफा
कमाया है। लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों में ही बंद रहे और वे समय पास
करने के लिए टीवी व मोबाइल का सहारा लेते रहे। इससे जिओ, एयरटेल आदि
प्रतिष्ठानों के कारोबार में जबरदस्त वृद्धि हुई। टेलिकॉम कंपनियों ने
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में उपभोक्ताओं को रिझाने के लिए कई प्रकार की
स्कीमें भी निकाल रखी हैं। बताया जाता है कि रिलायंस की कंपनी जिओ ने इस
वर्ष मार्च तक पिछले वर्ष की तुलना में 47.5 प्रतिशत अधिक का मुनाफा
कमाया। जिओ की प्रतिद्वंदी कंपनी एयरटेल का भी कारोबार अच्छा-खासा रहा।
जानकारों का यह भी कहना है कि कोरोना काल में सबसे अधिक कारोबार फार्मा
क्षेत्र में हुआ। फार्मा से जुड़ी कंपनियों के लिए कोरोना काल एक वरदान
साबित हुआ। उनकी दवाईयों और कोरोना से बचाव के लिए उपकरणों की भी खूब
बिक्री हुई। विश्व की सबसे बड़ी टीका कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट का कारोबार
भी काफी जबरदस्त रहा और कोरोना वैक्सीन बनाने का सिलसिला तो अभी भी जारी
है। घर बैठे लोग ऑनलाईन जरुरत का सामान बुक करा रहे हैं। कंपनियां कोरियर
के माध्यम से कोरोना काल में घर बैठे उपभोक्ताओं को उनकी जरुरत व मांग का
सामान उपलब्ध करा रही हैं।
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