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कोरोना के बढ़ते मामलों से हर कोई है चिंतित

शहर में नाईट कफ्र्यू लगेगा या नहीं, दिन भर होती रही चर्चा
शादी समारोह के आयोजकों में भी कोरोना को लेकर बढ़ी है चिंता
गुरुग्राम, कोरोना के बढ़ते मामलों से हर कोई परेशान
है। प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा गुडग़ंाव में प्रतिदिन कोरोना के
मामले बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने का
सिलसिला भी जारी है। गत वर्ष अप्रैल माह में कोरोना संक्रमितों की इतनी
अधिक संख्या नहीं देखी गई थी, जितनी अब अप्रैल माह में दिखाई दे रही है।
जिससे आमजन का चिंतित होना स्वभाविक है। राजधानी दिल्ली, पड़ौसी राज्य
यूपी के गाजियाबाद, नोएडा आदि क्षेत्रों में कोरोना पीडि़तों की संख्या
में वृद्धि हो रही है। कोरोना को काबू करने के लिए दिल्ली, गाजियाबाद व
नोएडा में रात्रि का कफ्र्यू लगाया जा चुका है, ताकि लोगों के आवागमन को
नियंत्रित किया जा सके। प्रदेश में गुडग़ांव ही नहीं, अपितु अन्य जिलों
फरीदाबाद, करनाल, यमुनानगर, जींद, पानीपत, हिसार, पंचकूला, कुरुक्षेत्र,
सिरसा आदि जिलों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि देखने को
मिल रही है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार को शहरवासी पूरे
दिन यही चर्चा करते रहे कि गुडग़ांव में भी नाईट कफ्र्यू लग सकता है।
हालांकि गत दिवस मुख्यमंत्री मनोहरलाल गुडग़ांव आगमन पर घोषणा कर गए थे कि
कक्षा पहली से 8वीं तक के सभी स्कूलों को कोरोना के कारण 30 अप्रैल तक
बंद किया जाता है, ताकि इन स्कूलों में आने वाले छात्र कोरोना संक्रमण से
बच सकें। प्रदेश सरकार ने विभिन्न समारोह में भी लोगों के शामिल होने के
लिए अलग से दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन कार्यक्रमों में शामिल होने की
संख्या सीमित कर दी गई है। अप्रैल माह में होने वाले शादी समारोह के
आयोजकों को भी बढ़ते कोरोना ने उनकी चिंता और अधिक बढ़ा दी है। जानकारों
का कहना है कि आने वाले दिनों में प्रदेश सरकार कोरोना से बचाव के लिए
कुछ घोषणा अवश्य कर सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन
कोरोना जांच पर अधिक जोर दे रहा है। प्रतिदिन आरटीपीसीआर व रेपिड एंटीजन
किट के माध्यम से कोरोना की जांच की जा रही है। जिला प्रशासन लोगों से
आग्रह कर रहा है कि वे फेस मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें और सामाजिक दूरी
का भी पालन करें, लेकिन इन नियमों का पालन करते हुए लोग दिखाई नहीं दे
रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन करना लोग भूल गए
हैं।

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