गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना महामारी जंग से लडऩे के लिए हर
कोई तैयार
है। सीाी का यह प्रयास है कि इस महामारी को मात दी जाए, ताकि
यह समूल नष्ट
हो जाए। इस जंग में प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन से लेकर
सामाजिक व
धार्मिक संस्थाएं तथा आम आदमी भी जुटा हुआ है। इसी दौरान एक
स्वदेशी ऐप
स्वस्थ भी लॉन्च किया गया है। इस ऐप के माध्यम से स्वास्थ्य
सेवाएं त्वरित
गति से काम कर सकेंगी और कोरोना पीडि़तों व
स्वास्थ्यकर्मियों
को भी इसका लाभ मिल सकेगा। स्वस्थ गवर्निंग काउंसिल के
सदस्य कृष
गोपालकृष्णन का कहना है कि इस स्वदेशी डिजिटल हैल्थकेयर सिस्टम
को ऐसे समय
में लॉन्च किया जा रहा है, जब परंपरागत सेवा प्रदाताओं के लिए
कोरोना महामारी
एक चुनौती बनी हुई है। उनका कहना है कि स्वस्थ मोबाइल ऐप
सार्वजनिक
स्वास्थ्य लक्ष्यों को आगे बढ़ाने व मेडिकल काउंसिल तथा
सार्वजनिक
स्वास्थ्य संगठनों के लिए भी लाभप्रद होगा। इसके माध्यम से
स्वास्थ्य
के देखभाल को भी बढ़ावा मिल सकेगा। गोपालकृष्णन का ये भी कहना
है कि चिकित्सकों
व रोगियों के बीच वीडियो और टेलीफोन के माध्यम से इस ऐप
के द्वारा
बातचीत हो सकेगी। काउसिंल के सदस्य नचिकेत मोर का कहना है कि
डिजिटल तरीके
से रोगियों को इसका लाभ मिलेगा। कोरोना पीडि़तों को होम
क्वारंटीन
सहायता, निदान, फार्मेसियों, विभिन्न अस्पतालों में बिस्तरों
की संख्या
व बुकिंग जैसी सहायता में भी ऐप काफी लाभकारी सिद्ध होगा।
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