गुडग़ांव, प्रदेश सरकार ने कोरोना से प्रदेशवासियों को
बचाने के लिए दूसरे चरण का लॉकडाउन लगाया हुआ है। लॉकडाउन के छठे दिन शहर
के विभिन्न क्षेत्रों में जहां यातायात सामान्य दिखाई दिया, वहीं शहर के
मुख्य सदर बाजार में लोग अपनी जरुरत का सामान खरीदते दिखाई दिए। बाजार
में आने वाले अधिकांश लोग फेस मास्क का इस्तेमाल अवश्य कर रहे हैं, लेकिन
सामाजिक दूरी का पालन करना वे भूल गए हैं। सरकार के इस दिशा-निर्देश की
लापरवाह लोग खुली धज्जियां उड़ा रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने भी मास्क न
लगाने वाले व दिशा-निर्देशों का पालन न करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ा
हुआ है। जहां उनके चालान किए जा रहे हैं, वहीं उनके खिलाफ आपदा अधिनियम
का उल्लंघन करने पर मामले भी दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन ये लापरवाह लोग
फिर भी बाज आते दिखाई नहीं दे रहे हैं। हालांकि शहरी क्षेत्र में कोरोना
का प्रकोप अब धीरे-धीरे कम होता दिखाई दे रहा है, लेकिन ग्रामीण
क्षेत्रों में कोरोना ने पैर पसारने शुरु किए हुए हैं। पटौदी, फर्रुखनगर,
बादशाहपुर व सोहना क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में
वृद्धि होती दिखाई दे रही है। कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी
वृद्धि बताई जाती है। आस-पास के गांवों में भय का वातावरण बना हुआ है।
हालांकि जिला प्रशासन इस समस्या से निपटने के लिए वह सब कर रहा है, जो
आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्रों में अभी पंचायतों के चुनाव नहीं हुए हैं।
जो कोरोना के कारण अभी लंबित हैं। ऐसे में जिला प्रशासन ने पूर्व सरपंचों
और सचिवों को कोरोना से निपटने की जिम्मेदारियां सौंपी हैं। कोरोना से
प्रभावित क्षेत्रों को सैनिटाईज भी कराया जा रहा है। कोरोना पीडि़तों को
उसी गांव में उपचार देने के लिए आईसोलेशन सेंटर भी स्थापित कराए गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जो सुविधाएं उनको कोरोना काल में मिलनी चाहिए
थी, वे नहीं मिल रही हैं। उधर जिला प्रशासन भी ग्रामीणों से आग्रह कर रहा
है कि वे अपनी कोरोना जांच अवश्य कराएं, ताकि उनको उपचार दिया जा सके।
कोरोना महामारी का आटो, टैक्सी वाले भी पूरा फायदा उठाने में लगे हैं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद हो जाने के कारण यह समस्या पैदा हुई है। गंतव्य
तक पहुंचने के लिए लोगों को दोगुणा-तिगुणे किराए का भुगतान ऑटो टैक्सी
वालों को करना पड़ रहा है। जबकि प्रशासन ने उनके कोई रेट नहीं बढ़ाए हैं।
ऐसे में इन ऑटो वालों का कहना है कि लॉकडाउन चल रहा है और पेट्रेाल-डीजल
भी महंगा हो गया है। मेट्रो के बंद हो जाने से भी लोगों की परेशानी बढ़ी
है। बताया जाता है कि 3 किलोमीटर के दायरे में जाने वाले लोगों से भी ये
ऑटो वाले एक हजार रुपए तक का किराया वसूल कर रहे हैं। आपदा में भी
उन्होंने अवसर खोज निकाले हैं।
Comment here