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अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन में गुडग़ांव से भी 21 मंदिरों की भेजी जाएगी रज व जल

गुडग़ांव, अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर के निर्माण का
कार्य आगामी 5 अगस्त को होगा, जिसकी जोरोशोरों से चल रही हैं। श्रीराम
मंदिर का भूमि पूजन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सामाजिक
व धार्मिक संगठनों के संत-महात्मा तथा प्रतिनिधि भी इस अवसर पर मौजूद
रहेंगे। श्रीराम का जन्मस्थली को बड़े ही भव्य तरीके से सजाया जा रहा है।
मंदिर निर्माण में किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाएइसका पूरा ध्यान आयोजन
समिति के लोग रख रहे हैं। श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन को
लेकर देशवासियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। गुडग़ांववासी भी
मंदिर निर्माण को लेकर अच्छे-खासे उत्साहित हैं। उनका मानना है कि भले ही
वे इस कार्यक्रम में शामिल न हो सकें, लेकिन टीवी पर लाईव तो देख ही
सकेंगे और अपने घरों में दीप प्रज्जवलित कर इस पर्व को मनाएंगे। कोरोना
के कारण इस कार्यक्रम में सीमित ही लोग शामिल होंगे ऐसा बताया जा रहा है।
सामाजिक संस्थाएं इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी हैं। देश के
विभिन्न प्रदेशों स्थित धार्मिक स्थलों से भी मिट्टी व पानी की व्यवस्था
अयोध्या भेजने के लिए की गई है। इसी क्रम में विश्व हिंदू परिषद की जिला
इकाई ने जिले के मुख्य 21 मंदिरों की रज (मिट्टी) एकत्रित कर और इन
मंदिरों के जल को भी अयोध्या भेजने की व्यवस्था कर दी है। इस रज व पानी
का इस्तेमाल श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन मे किया जाएगा। संस्था के
जिलाध्यक्ष अजीत यादव का कहना है कि शहर के शक्ति मंदिर, शीतला माता
मंदिर, सिद्धेश्वर, भूतेश्वर, प्रेम, गुफवाला मंदिर, सुदर्शन मंदिर, मां
चिंतपूर्णी मंदिर, बाबा प्रकाशपुरी आश्रम, बाबा रुपादास मंदिर, भौंडसी के
भुवनेश्वर मंदिर, पटौदी के हरी मंदिर आश्रम, इंच्छापुरी के शिव मंदिर,
नूरगढ़ आश्रम, दौलताबाद कूणी, डाडावास मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर बादशाहपुर
गोविद मंदिर व ग्रामीण क्षेत्रों स्थित मंदिरों से भी रज व जल एकत्रित
किया गया है। इस जल व मिट्टी को कलश में एकत्रित कर इसका पूरे विधि-विधान
के अनुसार पूजन कर अयोध्या भेजने की व्यवस्था कर दी गई है। इस भूमि पूजन
कार्यक्रम को गुडग़ांववासी उत्सव के रुप में मनाएंगे, जिसकी सभी तैयारियां
पूरी कर ली गई हैं। उधर अयोध्या में भी तैयारियां जोरों पर हैं। बताया
जाता है कि श्रीराम की ससुराल माना जाने वाली सीतामढ़़ी में भी काफी
उत्साह लोगों में देखा जा रहा है। सभी लोग उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के मंदिर की नींव रखेंगे।

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