गुडग़ांव, अनलॉक-1 के दौरान गुडग़ांव जिले में कोरोना
पॉजिटिव की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखी गई थी,
लेकिन अनलॉक-2 के 5
दिनों के दौरान कोरोना पीडि़तों की संख्या में कमी
आती जा रही है। इस
कारण जिला प्रशासन की सख्ती व चाक-चौबंद व्यवस्था को
बताया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने कोरोना हाई रिस्क 8 क्षेत्रों की पहचान
कर इन कंटेनमेंट
जोन में अधिकारियों को तैनात कर सख्ती बरतनी शुरु कर
दी थी, ताकि लोग
कोरोना की चपेट में आने से बच सकें। इन क्षेत्रों को
पूरी तरह से सील
किया हुआ है, ताकि बिना कारणों के इन क्षेत्रों में
लोग आवागमन न कर
सकें। जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न
क्षेत्रों में जांच
शिविरों का आयोजन कर कोरोना जांच का दायरा और अधिक
बढ़ा दिया है। पिछले 2
सप्ताह में 14 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई बताया
जाता है। रैपिड
एंटीजन किट के माध्यम से भी जांच का दायरा बढ़ाया जा
रहा है। स्वास्थ्य
विभाग की मानें तो मरीजों की संख्या बढऩे पर दिल्ली
की तर्ज पर शहरी व
ग्रामीण क्षेत्रों में भी रैपिड एंटीजन किट के माध्यम
से जांच शुरु की जा
सकती है। हालांकि अभी स्वास्थ्य विभाग का पूरा ध्यान
हाई रिस्क जोन में
मरीजों की संख्या कम करने पर है। स्वास्थ्य विभाग की
लापरवाही भी लोगों
को परेशान कर रही है। गत दिवस एक मामला आया था, जिसमें
कोरोना की रिपोर्ट
तो निगेटिव आई, लेकिन उसके घर के बाहर पॉजिटिव की सूचना
नगर निगम द्वारा
चस्पा कर दी गई। गुडग़ांव में कोरोना से मरने वालों
का आंकड़ा 100 तक
पहुंचता दिखाई दे रहा है। हालांकि कोरोना से स्वस्थ
होने वालों की संख्या
में भी जबरदस्त वृद्धि हुई है। यह सब जिला प्रशासन
के प्रयासों से ही
संभव हो पाया है। जिला प्रशासन ने जिन हाई रिस्क क्षेत्रों
को सील किया
हुआ है, उनमें से कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जिनमें कोई
भी कोरोना पॉजिटिव
नहीं है। इसको लेकर भी क्षेत्रवासी बेवजह बंद किए गए
रास्तों को खोलने की
मांग जिला प्रशासन से कर रहे हैं। मदनपुरी क्षेत्र
स्थित रामबाग श्मशान
घाट तक पहुंचने में भी शहरवासियों को भारी मशक्कत करनी
पड़ रही है। जिला
प्रशासन ने श्मशान घाट के लिए अलग रास्ता दिए जाने
का आश्वासन शहरवासियों
को दिया है और इसी प्रकार बेवजह बंद किए गए रास्तों
को खोलने के लिए भी
जिला प्रशासन ने कार्यवाही शुरु कर दी है। अनलॉक-2
के 5वें दिन शहर के
विभिन्न क्षेत्रों में आवागमन सामान्य ही रहा। बारिश
होने के कारण भी लोग
अपने घरों से नहीं निकले। अब लोगों ने कोरोना से बचाव
स्वयं करने का मन
बना लिया है, ताकि कोरोना के प्रकोप से बचा जा सके।
Comment here