गुडग़ांव, कोरोना महामारी के प्रकोप से जिलेवासियों को
बचाने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झौंक कर रख दी है। यही कारण
है कि अब गत माह की अपेक्षा कोरोना संक्रमण के मामलों में कुछ कमी अवश्य
आई है। कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही
है। हालांकि शनिवार को भी कोरोना के जहां 111 नए मरीज आए, वहीं कोरोना से
150 मरीज ठीक भी हो गए। यह दुखद है कि शनिवार को 2 लोगों की कोरोना से
मृत्यु भी हो गई। मृत्यु का यह आंकड़ा गुडग़ांव में 114 तक पहुंच चुका है।
जिला प्रशासन ने कोरोना जांच का जहां दायरा बढ़ा दिया है, वहीं बड़ी
संख्या में कोरोना जांच शिविर भी लगाए जा रहे हैं। हाई रिस्क क्षेत्रों
में जिला प्रशासन सख्ती के साथ पूरी निगरानी रखे हुए है। जिले के सोहना
शहरी क्षेत्र में कोरोना के मामले बढऩे पर जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र को
लार्ज आउटब्रेक रीजन यानि कि बृह्द प्रकोप वाला क्षेत्र घोषित कर दिया है
और कोरोना प्रभावित क्षेत्रों को आगामी 28 जुलाई तक सील भी कर दिया है।
केवल आवाश्यक वस्तुओं से संबंधित दुकानें ही दिन में 11 बजे तक खुलेंगी।
इन क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर पूरी रोक रहेगी। प्रशासन ने
बेरिकेटस लगाकर आवाजाही पर रोक भी लगा दी है। क्षेत्र की एसडीएम डा.
चिनार चहल को सोहना की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उधर जिला प्रशासन ने
निर्धारित समय के बाद भी रात्रि में शहरी क्षेत्र में दुकानें खोलने
वालों के खिलाफ कार्यवाही भी करनी शुरु कर दी है। जिला प्रशासन का कहना
है कि रात्रि कफ्र्यू का पालन सख्ती से कराया जाएगा। प्रशासन का यह भी
मानना है कि जो लोग कोरोना संक्रमण से उबरकर स्वस्थ हो गए हैं, ऐसे लोगों
को अन्य मरीजों को भी प्रोत्साहित करना चाहिए कि थोड़ी सी सावधानी बरतें
और उपचार कराएं तो कोरोना को मात दी जा सकती है। जिला प्रशासन ने ठीक हो
चुके ऐसे लोगों की वीडियो तैयार करने का भी मन बनाया है, ताकि इस वीडियो
को अन्य कोरोना संक्रमणों को दिखाया जाए और उनमें मन में जो गलतफहमियां व
कोरोना को लेकर घबराहट है वह दूर हो सके। उधर स्वास्थ्य विभाग ने भी
लोगों से आग्रह किया है कि थोड़ी सी भी परेशानी आने पर वे चिकित्सकों से
संपर्क अवश्य करें, ताकि उनका समय पर उपचार किया जा सके और कोरोना के
बढ़ते प्रकोप से उनको बचाया जा सके। पिछले 3-4 दिनों से कोरोना के बढ़ते
मामलों को लेकर गुडग़ांव, फरीदाबाद सहित 4 जिलों में कफ्र्यू व लॉकडाउन
जैसी कार्यवाही की जाने की संभावनाएं व्यक्त की जा रही थी, लेकिन प्रदेश
सरकार ने इन सभी संभावनाओं को खारिज करते हुए कहा है कि इस आपदा से
निपटने के लिए प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्षम है।
लॉकडाउन व कफ्र्यू जैसी कार्यवाही करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
औद्योगिक प्रतिष्ठानों के संचालक भी इस कार्यवाही के पक्ष में नहीं थे।
उनका मानना था कि यदि लॉकडाउन व कफ्र्यू जैसे आदेश जारी कर दिए गए तो
पटरी पर आए औद्योगिक प्रतिष्ठानों की हालत पहले जैसे हो जाएगी, जिसे पुन:
पटरी पर लाना उनके लिए बड़ा ही मुश्किल होगा। अनलॉक-2 के 18वें दिन
शनिवार होने के कारण भी शहरी क्षेत्र में आवागमन सामान्य ही दिखाई दिया।
कोरोना जांच के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जांच शिविरों का आयोजन भी
शनिवार को किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने कोरोना जांच कराई। शहर के
मुख्य सदर बाजार सहित अन्य व्यापारिक क्षेत्रों में भी लोगों की आवाजाही
सामान्य रुप से देखी गई।
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