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अनलॉक-2 का 14वां दिन नहीं थम रही है कोरोना की रफ्तार 13 दिन में औसतन मिले हैं कोरोना के करीब 130 मरीज प्रदेश सरकार भी कोरोना को लेकर कर सकती है कोई घोषणा दिल्ली सीमाएं फिर से सील करने पर होने लगा है मंथन व्यापारिक व औद्योगिक गतिविधियां निर्बाध रुप से हैं जारी

गुडग़ांव, कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप कम होने का
नाम नहीं ले रहा है। नित नए मामले कोरोना के सामने आ रहे हैं। हालांकि
जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास
कर रहे हैं, लेकिन फिर भी कोरोना की रफ्तार कम होती नजर नहीं आ रही है।
जुलाई के 13 दिनों में ही औसतन करीब 130 मरीज कोरोना के सामने आ चुके
हैं। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को हराने के लिए कोरोना संभावित मरीजों
की जांच भी बढ़ा दी है। बड़ी संख्या में सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा
रहे हैं। इसमें सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि कोरोना को हराकर घर लौटने
वालों की संख्या भी अच्छी-खासी रही है। हालांकि कोरोना से दम तोडऩे वालों
का आंकड़ा 100 के पार पहुंच चुका है। उधर प्रदेश के स्वास्थ्य व
गृहमंत्री अनिल विज भी गुरुग्राम, फरीदाबाद, झज्जर व सोनीपत में बढ़ते
कोरोना के मामलों को लेकर अगली कार्यवाही करने के मूड़ में दिखाई दे रहे
हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने इन चारों जिलों पर विशेष ध्यान दिया हुआ है और
स्वास्थ्य विभाग को आदेश भी दिए हुए हैं कि कोरोना को हराने के लिए
हरसंभव प्रयास किए जाएं। कोरोना पीडि़तों को किसी प्रकार की समस्या का
सामना न करना पड़े। माना जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री इन चारों जिलों
में कोरोना को नियंत्रित करने के लिए कफ्र्यू जैसे आदेश की सिफारिश भी कर
सकते हैं। उनका मानना है कि दिल्ली के कारण ही इन चारों जिलों में कोरोना
पीडि़तों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में पहले की भांति दिल्ली
सीमाएं भी सील करने पर प्रदेश सरकार विचार कर सकती है। शहरवासियों में भी
इसको लेकर दिनभर मंथन चलता रहा कि प्रदेश सरकार अब अगली क्या कार्यवाही
करती है? उधर जिला प्रशासन ने रात्रि कफ्र्यू को गंभीरता से लेते हुए
इसका पालन कराने का बीड़ा उठाया हुआ है। रात्रि में खुलने वाले रेस्त्रां
व ढाबों आदि पर भी प्रशासन कार्यवाही कर रहा है। शहर के विभिन्न क्षेत्रो
में भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा निशुल्क कोरोना जांच शिविरों का आयोजन
किया जा रहा है। इन शिविरों के आयोजन से जिला प्रशासन को काफी लाभ भी
मिला है। यानि कि इन शिविरों में कोरोना पीडि़त भी बड़ी संख्या में पाए
गए हैं, जिनका तुरंत उपचार भी शुरु करा दिया गया है। जानकारों का कहना है
कि कोरोना महामारी का खतरा अभी टला नहीं है। एक बार रिपोर्ट निगेटिव आने
के बाद भी लोगों को सजग रहना होगा। ऐसा नहीं है कि रिपोर्ट निगेटिव आने
के बाद कोरोना संक्रमित न हो सकें। थोड़ी सी लापरवाही भी घातक साबित हो
सकती है। अनलॉक-2 के 14वें दिन भी शहरी क्षेत्र में औद्योगिक व व्यापारिक
गतिविधियां निर्बाध रुप से गति पकड़ती दिखाई दे रही हैं। शहर के विभिन्न
बाजारों में लोग अपनी जरुरत का सामान खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं।
हालांकि गर्मी का प्रकोप अधिक होने के कारण दोपहर में शहर के सदर बाजार व
आस-पास के बाजारों में भी ग्राहकों की संख्या कम ही दिखाई देती है। अब तो
दुकानदार भी ग्राहकों से आग्रह करते दिखाई दे रहे हैं कि वे फेस मास्क का
इस्तेमाल करें और सामाजिक दूरी बनाए रखें, ताकि कोरोना के बढ़ते प्रकोप
को रोका जा सके, लेकिन फिर भी कुछ लापरवाह लोग इन सबका पालन करने में न
जाने क्यों परेशानी महसूस कर रहे हैं।

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