गुडग़ांव, प्रतिदिन सब्जियों में इस्तेमाल होने वाला टमाटर
और अधिक लाल होता जा रहा है। यानि कि टमाटर के दाम दिन-प्रतिदिन बढ़ते ही
जा रहे हैं और टमाटर ने गृहणियों की रसोई को भी प्रभावित कर रख दिया है।
शहर में आजकल टमाटर 50 रुपए प्रतिकिलो की दर से बेचा जा रहा है, जबकि एक
पखवाड़ा पूर्व इसी टमाटर की कीमत 15-20 रुपए प्रतिकिलो थी। लॉकडाउन के
दौरान टमाटर की दर सबसे न्यूनतम स्तर पर रही थी। उस समय टमाटर की मांग भी
बेहद कम हो गई थी। किसान टमाटर को मंडियों में लाने तक से भी हिचक रहे
थे। क्योंकि उसकी कीमत बाजिव नहीं मिल रही थी। इसी सबको देखते हुए एनसीआर
क्षेत्र के अधिकांश किसानों ने टमाटर की फसल को स्वयं ही नष्ट कर डाला
था। क्योंकि जितना किराया वे टमाटर को खेत से तोडक़र मंडियों तक पहुंचाने
में देते, लेकिन उन्हें फिर भी टमाटर का न्यूनतम दाम नहीं मिलता। गुडग़ांव
सब्जी मंडी में अधिकांश टमाटर देश की राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी
से ही आते हैं। अनलॉक होने के बाद टमाटर के दाम में इतना उछाल पहली बार
देखने को मिला है। जानकारों का कहना है कि बढ़ती गर्मी से भी टमाटर की
दरों में उछाल आया है। आजादपुर मंडी में बेंगलुरु और हिमाचल से टमाटर की
आपूर्ति होती है, लेकिन बेंगलुरु में टमाटर की फसल खत्म हो चुकी है। इस
कारण से भी टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है। आजादपुर मंडी में भी टमाटर
की थोक दर 25-35 रुपए प्रतिकिलो बताई जा रही है। यही टमाटर गुडग़ांव
पहुंचता-पहुंचता लोगों को 50 रुपए किलो मिल रहा है। जानकारों का कहना है
कि आने वाले दिनों में टमाटर के दामों में और अधिक उछाल आएगा। क्योंकि
मांग ज्यादा है और आपूर्ति कम है। इसीलिए टमाटर की दरों में वृद्धि हुई
बताई जाती है।
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