गुडग़ांव, वैश्विक कोरोना वायरस के प्रकोप से प्रदेशवासियों
को बचाने के लिए प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से प्रयासरत है,
लेकिन जिले में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव ने जहां जिला प्रशासन को हिला कर रख
दिया है, वहीं जिलेवासी भी चिंतित नजर आने शुरु हो गए हैं। सरकार ने 2
माह के लॉकडाउन के बाद अनलॉक वन की घोषणा की हुई है। इस दौरान
जिलेवासियों को कारोबार, आवागमन व अन्य कार्यों के लिए अधिकांशत: छूट दे
दी है। अनलॉक के 5वें दिन शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना पीडि़तों के
लिए घोषित किए कंटेनमेंट क्षेत्रों को छोडक़र अन्य क्षेत्रों में आवागमन
सामान्य दिखाई दिया। सडक़ों पर लोग अपने कार्यों के लिए अपने वाहनों से
आते-जाते दिखाई दिए। शहर के मुख्य सदर बाजार सहित अन्य बाजारों में भी
लोगों की रौनक दिखाई देनी शुरु हो गई है। दिल्ली-गुडग़ांव सीमा जो पहले
सील की हुई थी, अब उनको भी खोल दिया गया है। दिल्ली में रहने वाले
श्रमिकों ने उद्योग विहार स्थित प्रतिष्ठानों में अपने काम पर जाना भी
शुरु कर दिया है, जिससे उद्योग विहार के प्रतिष्ठानों में उत्पादन का
पहिया भी तेजी से घूमना शुरु हो गया है। प्रतिष्ठान संचालक भी श्रमिकों
के नौकरी पर आने से उत्साहित दिखाई दे रहे हैं। उनका मानना है कि अब उनका
उत्पादन धीरे-धीरे गति पकड़ लेगा। उधर जिले में कोरोना पॉजिटिव के मामलों
में वृद्धि हो जाने से हर कोई परेशान है। जिला प्रशासन ने इस आपदा से
निपटने के लिए पूरी तैयारियां भी कर ली हैं। शहरवासियों का कहना है कि
राजस्व के मामले में गुडग़ांव सदैव पहले नंबर पर रहा है। यानि कि 50
प्रतिशत से अधिक का योगदान प्रदेश सरकार के राजस्व में गुडग़ांव जिले का
ही होता है। अब इसी प्रकार बढ़ते कोरोना के मामलों से भी गुडग़ांव पहले
नंबर पर आ गया है। यानि कि गुडग़ांव में सबसे अधिक मामले कोरोना पॉजिटिव
के आ रहे हैं। नगर निगम ने कोरोना प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए शहर
के अधिकांश क्षेत्रों को सैनिटाइज एक बार नहीं अपितु कई-कई बार कराया था।
दिल्ली सीमा से लगते डूण्डाहेड़ा व सरहौल में सबसे अधिक कोरोना के मरीज
मिल रहे हैं। इन क्षेत्रों को नगर निगम ने कई बार सैनिटाइज भी कराया था।
दर्जनों की संख्या में इन क्षेत्रों में कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं और
यह सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पॉजिटिवों की संख्या
दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। लोगों का मानना है कि प्रशासन के
दिशा-निर्देशों का पालन क्षेत्रवासी नहीं कर रहे हैं। फेस मास्क लगाने व
सामाजिक दूरी रखने जैसे निर्देशों का पालन सार्वजनिक स्थानों पर नहीं
किया जा रहा है। इसलिए कोरोना पॉजिटिव के मामलों में वृद्धि हो रही है।
शहर का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं बचा है जहां पर कोरोना पॉजिटिव न मिला
हो। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला जारी है।
शहरवासियों का मानना है कि यदि इसी प्रकार कोरोना के मामले बढ़ते रहे तो
गुडग़ांव की हालत भी कहीं देश की राजधानी दिल्ली जैसी न हो जाए।
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