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अनलॉक वन का 19वां दिन कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों को लेकर जिला प्रशासन गंभीर कोरेाना से मरने वालों की संख्या पहुंची 55 जिला प्रशासन ने किया है दावा, संक्रमण को लेकर है प्रशासन पूरी तरह से तैयार आशा वर्कर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ को किया जा रहा है प्रशिक्षित प्रशासन का कोरेाना को लेकर जागरुकता अभियान शुरु आमजन भी समझने लगे हैं जान है तो जहान है

गुडग़ांव, कोरोना वायरस का प्रकोप गुडग़ांव का पीछा छोड़ता
दिखाइ्र्र नहीं दे रहा है। दिन-प्रतिदिन कोरोना पीडि़तों की संख्या में
वृद्धि हो रही है। शुक्रवार को भी जहां 145 कोरोना पॉजिटिव मिले, वहीं
128 स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिए गए। शुक्रवार को भी 3 कोरोना
पॉजिटिव मरीजों का उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। गुडग़ांव में कोरोना से
मरने वालों की संख्या 55 तक पहुंच गई है। हालांकि कोरोना पॉजिटिव मरीजों
के स्वस्थ होने की दर संतोषजनक है, लेकिन कोरोना से हो रही मृत्यु को
लेकर जिलेवासी चिंतित नजर आने लगे हैं। जिला प्रशासन ने कोरोना को
नियंत्रित करने के लिए पूरी ताकत झौंकी हुई है। प्रदेश की स्वास्थ्य
निदेशक डा. वीणा सिंह ने भी गुडग़ांव का दौरा कर दावा किया है कि
स्वास्थ्य विभाग कोविड 19 की वर्तमान स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह
से सक्षम है। इसके लिए एएनएम, आशा वर्कर्स व पैरा मेडिकल स्टाफ को
प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में और अधिक सुधार
हो सके। उधर जिला प्रशासन ने कोरोना के प्रति जिलेवासियों को जागरुक करने
का अभियान भी शुरु कर दिया है। शुक्रवार को जिला उपायुक्त के साथ पटौदी
विधानसभा क्षेत्र के विधायक सत्यप्रकाश जरावता ने जागरुकता वाले प्रचार
वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना भी किया, ताकि ग्रामीणों को कोरोना के
बारे में जागरुक किया जा सके। ये प्रचार वाहन आमजनों को कोरोना के लक्षण
व उनसे बचाव की जानकारी देकर जागरुक करेंगे। जिला प्रशासन ने आमजनों से
भी आग्रह किया है कि वे जिला प्रशासन के आदेशों का पालन करें। गुडग़ांव
मंडल के मंडलायुक्त अशोक सांगवान का कहना है कि कोरेाना संक्रमण को लेकर
जिला प्रशासन की पूरी तैयारियां हैं। आमजनों को घबराने की जरुरत नहीं है।
इस आपदा की घड़ी का सभी सामूहिक रुप से डटकर सामना करें। जिला प्रशासन ने
विभिन्न क्षेत्रों में आइसोलेशन सेंटर की पूरी व्यवस्था की हुई है। जिला
प्रशासन का मानना है कि निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों के
इलाज के लिए रेट निर्धारित करने की कार्यवाही चल रही है। कोरेाना
पीडि़तों को किसी प्रकार से भी परेशान नहीं होने दिया जाएगा। आइसोलेशन
सेंटर स्थापित करने के लिए जिले के गेस्ट हाऊस व होटलों आदि से भी संपर्क
किया जा रहा है, ताकि जरुरत पडऩे पर कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन
सेंटर में उपचार के लिए भेजा जा सके। अनलॉक वन के 19वें दिन भी शहरी व
ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सामान्य दिखाई दिया। आमजन आवश्यक कार्यों
से ही घरों से निकल रहे हैं। उन्होंने भी कोरेाना की गंभीरता को समझ लिया
है और वे जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन भी करते दिखाई दे रहे
हैं। कुछ मामलों को छोड़ दिया जाए तो शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में आमजन
कोरोना की गंभीरता को समझने लगे हैं। आमजनों का यह भी मानना है कि अपने
स्वास्थ्य के साथ-साथ अन्यों के स्वास्थ्य का ध्यान भी उन्हें खुद रखना
है, ताकि कोरोना से बचा जा सके। जान है तो जहान हैं। जिलेवासी अब इस
थ्योरी को मानने लगे हैं। उधर कुछ क्षेत्रों में कोरोना के पॉजिटिव
मामलों को लेकर कोरोना पीडि़तों के परिजनों में रोष भी देखा जा रहा है।
ऐसे परिजनों का कहना है कि जांच रिपोर्ट के परिणामों में बहुत समय लग रहा
है, जिससे परिजनों में भी कोरोना को लेकर भय व्याप्त हो रहा है। हालांकि
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि कोरेाना की जांच रिपोर्ट में अब
अधिक समय नहीं लगेगा।

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