गुडग़ांव, वैश्विक कोरेाना वायरस के बढ़ते प्रकोप से शहरी
व ग्रामीण क्षेत्र के लोग भयभीत होने शुरु हो गए हैं। लॉकडाउन की अवधि के
दौरान जिलेवासी कोरोना को लेकर इतने भयभीत कभी दिखाई नहीं दिए थे, जितने
अब दिखाई दे रहे हैं। गत दिवस भी जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या
अच्छी-खासी रही। शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रात: कालीन
बुलेटिन में जिले में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या 85 बताई गई है, जो सायं
तक बढ़ भी सकती है। इस प्रकार जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या
3 हजार को पार कर गई है। बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए शनिवार को
जिला प्रशासन की बैठकों का दौर जारी रहा। जिला प्रशासन ने कंटेनमेंट जोन
की संख्या बढ़ाकर 98 कर दी है, जिनमें 94 गुडग़ांव ब्लॉक, पटौदी में 2,
सोहना व फर्रुखनगर में एक-एक कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं, ताकि पीडि़तों
का सही ढंग से उपचार किया जा सके और आस-पास के क्षेत्रों के लोगों को इस
महामारी को फैलने से रोका जा सके। जिला प्रशासन इस महामारी को रोकने के
लिए कड़े से कड़े कदम उठा रहा है, लेकिन कोरोना पॉजिटिव की संख्या कम
होने का नाम नहीं ले रही है। कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट भी अब 24 घंटे में
उपलब्ध कराने की जिला प्रशासन ने व्यवस्था की है, ताकि कोरोना पीडि़तों
का समय पर इलाज शुरु किया जा सके। प्रशासन ने निजी अस्पतालों में भी
कोरोना पीडि़तों के लिए बेड आरक्षित करने के आदेश जारी किए हैं। गुडग़ांव
के साथ-साथ देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना पॉजिटिव की संख्या में
वृद्धि होती जा रही है, जो दिल्ली-गुडग़ांव के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।
क्योंकि दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रमिक गुडग़ांव
काम करने के लिए औद्योगिक प्रतिष्ठानों में आते हैं। दिल्ली-गुडग़ांव
सीमाओं से इनका बेरोकटोक आना-जाना जारी है। गुडग़ांव से भी बड़ी संख्या
में प्रतिदिन लोग दिल्ली व साथ लगते साहिबाबाद, गाजियाबाद व नोएडा तथा
दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने के लिए जाते हैं। संभावनाएं
व्यक्त की जा रही हैं कि आवागमन निर्बाध हो जाने से कोरोना पॉजिटिव की
संख्या में वृद्धि हुई है। उधर भवन निर्माण व सरकारी-गैर सरकारी
प्रौजेक्ट भी श्रमिकों की कमी का सामना कर रहे हैं। क्योंकि अधिकांश
प्रवासी श्रमिक अपने गृह प्रदेश जा चुके हैं और जो बचे हैं वे जाने की
तैयारियों में लगे हैं। इस प्रकार भवन निर्माण कार्य व प्रौजेक्ट
प्रभावित हो रहे हैं। इन प्रौजेक्ट के ठेकेदारों ने गुडग़ावं के विभिन्न
क्षेत्रों में निवास कर रहे श्रमिकों को उनके घरों से ही गाडिय़ों में ले
जाना शुरु किया हुआ है, ताकि वे कोरोना की चपेट में न आ सके और अपना
कार्य कुशलता से कर सकें। इस प्रकार का नजारा कई क्षेत्रों में देखने को
मिल रहा है। इन श्रमिकों का भी मानना है कि ठेकेदारों व भवन निर्माताओं
को अब मजदूरों का महत्व पता चल सका है। कोरोना वायरस का साया शहर के
विभिन्न बाजारों पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। शहर के मुख्य सदर बाजार
में ग्राहकों का आना-जाना बहुत ही कम रह गया है। दुकानदार ग्राहकों की
बाट जोहते दिखाई देते हैं। दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाले खाद्य
पदार्थों की दुकानों पर तो ग्राहक अवश्य दिखाई दे रहे हैं, लेकिन कपड़े,
ज्वैलर्स आदि दुकानों पर ग्राहकों की कमी देखी जा रही है। ज्वैलरी का
कारोबार भी कोरोना से प्रभावित हुआ है। क्योंकि शादी के सीजन में भी
शादियां कोरोना की वजह से नहीं हो पाई हैं। लोगों ने शादी को अनिश्चित
काल के लिए स्थगित कर दिया है।
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